सॉफ्ट स्किल का क्षेत्र अधिक व्यापक: विनीता राजपुरोहित

-शहीद मंगल पांडे राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय में हुआ कार्यक्रम
मेरठ। शहीद मंगल पांडे राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय माधवपुरम में संचालित 10 दिवसीय सॉफ्ट स्किल कार्यशाला के द्वितीय दिवस कार्यक्रम की मुख्य वक्ता विनीता राजपुरोहित (असिस्टेंट आॅफिसर डिपार्टमेंट आॅफ इकोनॉमिक्स, मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर राजस्थान) रहीं। कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. अमर ज्योति द्वारा मां सरस्वती को नमन करते हुए तथा अतिथियों और प्रतिभागियों के स्वागत से किया गया।
कार्यशाला की मुख्य वक्ता विनीता राजपुरोहित ने अपना व्याख्यान ‘व्यावहारिक कौशल की उभरती शक्ति के रूप में भारत’ विषय पर दिया। उन्होंने छात्राओं को संदेश दिया कि हार्ड स्किल तथा सॉफ्ट स्किल दोनों एक दूसरे की पूरक हैं और दोनों ही व्यक्ति के व्यक्तित्व के विकास हेतु नितांत आवश्यक हैं। हार्ड स्किल जहां आपको एक व्यक्तिगत व्यवसाय हेतु पारंगत करती है, वही सॉफ्ट स्किल का क्षेत्र अधिक व्यापक है। यह आपको व्यवसाई कुशलता के साथ-साथ व्यवहारिक कौशल भी सिखाता है और जीवन के हर क्षेत्र में उत्तम बनाता है। यह आपको सामान्य लोगों की भीड़ से अलग कर मुख्य स्थान दिलाता है। ऐसा व्यक्ति सभी जगह प्रशंसा व सम्मान पाता है और समाज में उच्च स्थान रखता है। अत: छात्राओं को व्यवहारिक कौशलों की जानकारी होना और उसमें पारंगत होना नितांत आवश्यक है, क्योंकि यह उनकी पढ़ाई व लिखाई की और नौकरी व्यवसाय आदि करने की उम्र है। छात्राएं जब साक्षात्कार देंगी तो उन्हें सबसे अधिक जरूरत व्यवहारिक कौशल की होगी, जब भी नौकरी करेगी तब भी उन्हें सॉफ्ट स्किल्स में पारंगत होना आवश्यक होगा, तभी वह अपना नौकरी, व्यवसाय, साक्षात्कार आदि अधिकतम ढंग से कर पाएंगे।
छात्राओं को उनके व्याख्यान से प्रेरणा लेने के लिए किया प्रेरित
इसके अतिरिक्त मुख्य वक्ता ने भारत के आर्थिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भारत के इतिहास को जोड़ते हुए छात्राओं को व्यवहारिक कौशल के विषय में बताया और कहा कि भारतीय शुरू से ही समाज को जोड़कर चलने वाले रहे हैं और अन्य देशों की तुलना में अधिक व्यवहार कुशल हैं इसीलिए भारत को विश्व गुरु होने का गौरव प्राप्त है। तत्पश्चात महाविद्यालय के रोजगार प्रकोष्ठ की प्रभारी डॉ. भारती दीक्षित ने मुख्य वक्ता विनीता राजपुरोहित का धन्यवाद ज्ञापन किया और छात्राओं को उनके व्याख्यान से प्रेरणा लेने के लिए प्रेरित किया।
व्यवहारिक कौशल में निपुण होने का संदेश दिया:-
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रो. अंजू सिंह ने सभी प्रतिभागी छात्राओं को ऐसे कार्यक्रमों में प्रतिभाग करने हेतु उत्साहवर्धन किया तथा छात्राओं को तकनीकी कौशल के साथ साथ व्यवहारिक कौशल में निपुण होने का संदेश भी दिया। कार्यक्रम का संचालन रोजगार प्रकोष्ठ की सह प्रभारी डॉ. अमर ज्योति ने किया। कार्यक्रम के संचालन में मुख्य योगदान डॉ. विकास कुमार का रहा। इस अवसर पर रोजगार प्रकोष्ठ के सभी सदस्य डॉ. उषा साहनी, डॉ. अनुजा गर्ग तथा सभी प्रतिभागी छात्राएं उपस्थित रहीं।