धर्म
योगी राज में भी दुर्गंध भरी राह व ठंडे पानी से गुजरने को मजबूर है भोले के भक्त
न हुई पुल की व्यवस्था, शिव भक्त नदी के पानी से गुजरने को मजबूर
सोलानी नदी पर पुल न होने से गहरे व ठन्डे पानी से गुजर रहे शिवभक्त
(काज़ी अमजद अली)
मुज़फ्फरनगर। एक तरफ तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शिव भक्तों की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं तथा उनके सम्मान में हैलीकॉप्टर द्वारा आकाश से पुष्प वर्षा की जाती है। दूसरी ओर प्रशासन की लापरवाही व उदासीनता के कारण शिवभक्त खराब व गन्दगी से भरे रास्तों सहित नदी के गहरे पानी से गुजरने को मजबूर हैं।
मुज़फ्फरनगर ज़िले में मोरना क्षेत्र में प्रतिवर्ष महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवभक्त हरिद्वार से पवित्र गंगाजल लेकर शिवालयों की ओर कूच करते हैं। बड़ी संख्या में शिवभक्त कांवड़ लेकर भगवान शिव की जयकार करते हुए मोरना क्षेत्र से होकर गुजरते हैं। उत्तराखंड क्षेत्र के बाद मोरना ब्लॉक् क्षेत्र में प्रवेश करते हैं, जहां वर्षों से शिवभक्त कच्चे व खराब तथा गंदगी से भरे रास्तों से गुजर रहे हैं। गाँव योगेंद्रनगर के पास स्थित डूंडी घाट नामक स्थान पर प्रतिवर्ष लकड़ी का अस्थाई पुल सोलानी नदी पर शिवभक्तों के आवागमन के लिये बनाया जाता था, जिस पर शिवभक्त सुविधापूर्वक कांवड़ लेकर गुजरते थे तथा उनकी सेवा के लिये ग्रामीण कांवड़ सेवा शिविर डूंडी घाट पर लगाते थे। वर्तमान में पुल न बनने से शिवभक्तों को सोलानी नदी के ठन्डे व गहरे पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है और न ही शिविर की व्यवस्था डूंडी घाट पर इस वर्ष है, जिससे शिवभक्त बेहद परेशान हैं। हरिद्वार से लंबी यात्रा के बाद वह नदी के ठंडे पानी से गुजर रहे हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य के बिगड़ जाने की भी आशंका है तथा पानी में संतुलन बिगड़ने से काँवड़ भी खण्डित होने का खतरा है। पूर्व में ढूंढी घाट पर लकड़ी का अस्थाई पुल बनाने वाले लोकपाल नामक ग्रामीण ने बताया कि कड़ी मशक्कत के बाद वह लकडी की बल्लियों से अस्थाई पुल का निर्माण करते थे तथा 5 रूपये प्रति व्यक्ति पुल से गुजरने वाले से लेते थे। गत वर्ष कुछ व्यक्तियों द्वारा पुल को अवैध बताकर तोड़ दिया गया था, जिसके बाद न तो पुल बन सका है और ना ही कोई अन्य व्यवस्था हो सकी है। कांवड़ सेवा शिविर का आयोजन भी नहीं किया गया है, जिससे शिवभक्त बेहद परेशान हैं। रात्रि के अंधेरे में जोखिम भरे रास्तों से शिवभक्तों का गुजरना उनकी सुरक्षा के लिए भी जोखिम भरा है। बुलंदशहर क्षेत्र के शिव भक्त संदीप, आजादवीर, वीरेंद्र सिन्धु, संजय, हरेंद्र सिन्धु, किशनपाल, बबलू प्रजापति, मोनू, सुशील, आकाश, विजय, गौरव, नवीन आदि ने बताया कि पुल न होने के कारण उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सरकार को इस ओर ध्यान देकर पुल का निर्माण कराना चाहिये व रास्तों को भी पक्का कराना चाहिये।