UP में पहले दिन फ्लॉप हुआ ऑनलाइन हाज़िरी का फरमान, मुज़फ्फरनगर के शिक्षकों ने DM ऑफिस घेरा
ऑनलाईन उपस्थिति के तुगलकी फरमान से शिक्षक नाराज
2000 से अधिक शिक्षकों ने डी0एम0 कार्यालय का घेराव कर आंदोलन की चेतावनी दी
मुजफ्फरनगर। बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में ऑनलाईन उपस्थिति के फरमान से शिक्षक आहत है। सोमवार को 2000 से अधिक शिक्षकों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर अपनी नाराजगी का इजहार किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम एक ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर परमानन्द झा को सौपां गया। जिसमें मांग की गयी है कि प्रदेश में अधिकारियों द्वारा भय का वातावरण बनाकर ऑनलाईन उपस्थिति थोपी गयी है। यह न्यायसंगत नहीं है। शिक्षक नेताओं ने इस तुगलकी फरमान को वापस न लेने की स्थिति में बडे आन्दोलन की चेतावनी दी है।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, प्राथमिक शिक्षक संघ, जू0हा0 स्कूल शिक्षक संघ, माध्यमिक शिक्षक संघ, महिला शिक्षक संघ, उर्दू टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन सहित जनपद के विभिन्न शिक्षक संगठनों के बैनर तले हजारों शिक्षकों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया। महासंघ के जिलाध्यक्ष अरविन्द मलिक, जू0हा0 स्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष संजीव बालियान, उर्दू टीचर्स वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष रईसुदीन राणा सहित विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित परिषदीय विद्यालयों में छात्र उपस्थिति पंजिका एवं एम0डी0एम0 पंजिका को ऑनलाईन किया गया था, लेकिन अब शिक्षक एवं कर्मचारियों की उपस्थिति भी ऑनलाईन की गयी है। यह किसी भी हालत में सही नहीं है। शिक्षक इस फरमान को पूरी तरह नकार चुका है। उन्होनें कहा कि शिक्षकों को राज्य कर्मचारी का दर्जा दिया जाये। 30 ई0एल0 मिले, प्रतिकर अवकाश का विकल्प दिया जाये, पुरानी पंेशन सहित एक दर्जन से अधिक मांगे लम्बित पडी हैं। इन सभी का निराकरण हो। इसके बाद ही ऑनलाईन उपस्थिति की कोई बात की जा सकती है।
इस अवसर पर महासंघ के संरक्षक रविन्द्र सिंह, महामंत्री लोकेश वशिष्ठ, जयगिरी गोस्वामी, रूपक राणा, पुरकाजी ब्लाक अध्यक्ष अमित तोमर, यूटा जिलाध्यक्ष रामरतन, महिला संघ जिलाध्यक्ष वंदना बालियान, गीता बालियान, मंजू रानी, महासंघ के मीडिया प्रभारी गुलफाम अहमद, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा0 संजीव वर्मा, अटेवा जिलाध्यक्ष प्रीतवर्धन, राजन वशिष्ठ, कलीम त्यागी, मनीष गोयल, नदीम मलिक, टी0एस0सी0टी0 के संस्थापक सदस्य डॉ.फर्रूख हसन, राजेश कुमार, इंजी. गुलफाम अहमद,विवेक यादव, मैराज खालिद रिजवी, कमल किशोर, क्षमा मित्तल, शैली गोयल, सुमन चौहान, मनीषा निर्वाल, धीरेन्द्र तोमर, अली हसन, वकील अहमद, अमित शर्मा आदि शिक्षकों ने अपने विचार रखे।
किसी भी स्कूल से दर्ज नहीं हुई ऑनलाईन हाजिरी
मुजफ्फरनगर के एक भी शिक्षक ने ऑनलाईन हाजिरी दर्ज नहीं की। शिक्षक संघों ने एकजुट होकर आंदोलन को सफल बनाने में ताकत झोंक दी थी। यही वजह रही कि किसी भी विद्यालय में सरकारी टैबलेट ऑन नहीं हुआ। बता दें कि पूरे प्रदेश में 1,32,000 से अधिक विद्यालय है, जिनमें 6,09,000 से अधिक शिक्षक है। पूरे प्रदेश में केवल 9 अध्यापकों द्वारा ही ऑनलाईन हाजिरी दर्ज की गयी, जिनमें से अधिकतर ने लिखकर दे दिया कि उनसे अज्ञानतावश हाजिरी लग गयी थी, यानी पहले दिन सरकारी ऑनलाईन हाजिरी का अभियान फ्लाप साबित हुआ।