बुजुर्ग को हनी ट्रेप में फंसाकर 10 लाख ऐंठने क़े फेर में 2 महिलाओ सहित 3 को जेल
हरियाणा महिला आयोग व एकम न्याय फाउंडेशन की निदेशक दीपिका नारायण भारद्वाज क़े संयुक्त प्रयास से यह गिरोह पकड़ा जा सका

दोस्ताना जाल, फिर ब्लैकमेल का खेल… होटल रूम में बुलाकर हसीना ने 67 वर्ष क़े बुजुर्ग क़े साथ किया सेक्स.. वीडियो बनाकर व्हाट्सअप पर सेंड कर मांगा मोटा कैश
हरियाणा क़े गुरुग्राम में पालम विहार इलाके में 67 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक से ठगी और रंगदारी के सनसनीखेज मामले का पर्दाफाश हुआ है। गुरुग्राम पुलिस ने एडवोकेट कुलदीप मलिक, दिल्ली निवासी आशा वर्मा (47 वर्ष) और रोहतक निवासी कंचन कुमारी (24 वर्ष) को अरेस्ट किया। महिला आयोग अध्यक्ष रेणु भाटिया व एकम न्याय फाउंडेशन की निदेशक दीपिका नारायण भारद्वाज क़े संयुक्त प्रयास से यह गिरोह पकड़ा जा सका।
एकम न्याय फाउंडेशन की निदेशक दीपिका नारायण भारद्वाज… इन्ही क़े प्रयास से हनी ट्रेप केस खुल सका व मुल्ज़िम जेल गए।
पुलिस के मुताबिक कंचन ने मिस कॉल से वरिष्ठ नागरिक को दोस्ती के झांसे में फंसाया। आशा वर्मा और कंचन कुमारी ने पीड़ित को पालम विहार सेक्टर-22 स्थित एक पीजी में बुलाया। यहां युवती ने बुजुर्ग को लटके झटके दिखाए… सेक्स क़े पलों को कैमरे में कैद करके आरोपियों ने पीड़ित को बलात्कार के मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। बदले में ₹10 लाख की मांग की गई, जिसे बाद में ₹6.5 लाख पर तय किया गया। वरिष्ठ नागरिक ने साहस जुटाकर पुलिस से शिकायत की और कॉल रिकॉर्डिंग समेत अन्य साक्ष्य सौंपे। इसके आधार पर पुलिस ने तुरंत एफआईआर दर्ज कर आरोपियों को दबोच लिया।
दोस्ताना जाल, फिर ब्लैकमेल का खेल… होटल रूम में बुलाकर हसीना ने 67 वर्ष क़े बुजुर्ग क़े साथ किया सेक्स.. वीडियो बनाकर व्हाट्सअप पर सेंड कर मांगा मोटा कैश
बुजुर्ग को हनी ट्रेप क़े जाल में फंसाकर 10 लाख ऐंठने क़े फेर में 2 महिलाओ सहित 3 को जेल
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— TRUE STORY (@TrueStoryUP) August 31, 2025
जब अकेलापन बन जाए जाल…
वरिष्ठ नागरिकों के लिए चेतावनी…
गुरुग्राम के पालम विहार में 67 वर्षीय वरिष्ठ नागरिक के साथ हुई ठगी और रंगदारी की घटना सिर्फ एक आपराधिक मामला नहीं, बल्कि बुजुर्गों के भावनात्मक अकेलेपन और डिजिटल युग की नई चुनौतियों की कहानी भी है।
📞 मिस कॉल से शुरू हुई दोस्ती – लेकिन क्यों फंसे बुजुर्ग?
– अकेलेपन में जी रहे बुजुर्गों के लिए एक अनजान कॉल भी संवाद का जरिया बन सकता है।
– कंचन ने इसी भावनात्मक कमजोरी को भांपकर मिस कॉल से बातचीत शुरू की।
– धीरे-धीरे भरोसा बना, और फिर उसे पीजी में बुलाकर जाल में फंसा लिया गया।
💔 भावनात्मक शोषण – जब दोस्ती का नकाब हो धोखा…
युवती ने पीड़ित को यौन आकर्षण के ज़रिए फंसाया, और फिर वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया। यह सिर्फ शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक और सामाजिक शोषण भी था। बुजुर्ग ने डर के कारण पहले चुप्पी साधी, लेकिन बाद में साहस दिखाकर पुलिस में शिकायत की।
🛡️ सामाजिक जिम्मेदारी – परिवार और समाज की भूमिका
> “बुजुर्गों को अकेला छोड़ देना सिर्फ भावनात्मक लापरवाही नहीं, बल्कि उन्हें अपराधियों के लिए आसान शिकार बना देना है।”
– परिवारों को चाहिए कि वे बुजुर्गों से नियमित संवाद करें।
– समाज को चाहिए कि वह डिजिटल जागरूकता और साइबर सुरक्षा पर बुजुर्गों को प्रशिक्षित करे।
– महिला आयोग और सामाजिक संस्थाओं को ऐसे मामलों में सक्रिय भूमिका निभानी होगी।
📢 एकम न्याय फाउंडेशन और दीपिका नारायण भारद्वाज की भूमिका
– इस केस में दीपिका भारद्वाज ने न सिर्फ कानूनी मदद दी, बल्कि पीड़ित को मानसिक संबल भी दिया।
– यह दिखाता है कि सिविल सोसाइटी और एक्टिविस्ट्स की भूमिका कितनी अहम है।
🔍 निष्कर्ष – यह सिर्फ एक केस नहीं, एक चेतावनी है