75 साल के बुजुर्ग ने 35 वर्ष की महिला से किया कोर्ट मैरिज.. सुहागरात में ही टूटी सांसे, शादी की खुशियाँ मातम में बदली

UP में जौनपुर जिले के गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के कुछमुछ गांव से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां 75 वर्षीय बुजुर्ग ने 35 साल की महिला से दूसरी शादी रचाई। शादी की खुशियां अगले ही दिन मातम में बदल गईं, जब सुहागरात के बाद ही बुजुर्ग की अचानक मौत हो गई। इस अप्रत्याशित हादसे ने पूरे गांव को सकते में डाल दिया है और चौपालों से लेकर खेत-खलिहानों तक यही किस्सा चर्चा का विषय बना हुआ है।
75 वर्ष क़े बुजुर्ग ने 35 वर्ष की महिला से विवाह रचाया… सुहागरात में ही चली गई जान
UP क़े ज़िला जौनपुर क़े 75 वर्षीय संगरूराम की पत्नि की पिछले वर्ष पत्नि की मौत क़े बाद संतानहीन बुजुर्ग ने 35 वर्ष की महिला मनभावती संग ब्याह रचा लिया।
29 सितंबर को उन्होंने जलालपुर क्षेत्र की… pic.twitter.com/mP4zJ9vND3
— True Story Delhi (@TrueStoryDelhi) September 30, 2025
💔 पहली पत्नी के निधन के बाद दूसरी शादी
कुछमुछ गांव निवासी संगरू राम (75 वर्ष) की पहली पत्नी का निधन एक साल पहले हो गया था। संगरू राम संतानहीन थे और अकेले खेती-बारी संभाल रहे थे। परिवारवालों और रिश्तेदारों ने उन्हें दूसरी शादी न करने की सलाह दी थी, लेकिन उन्होंने सबकी बातों को अनसुना कर दिया।
आख़िरकार 29 सितंबर को उन्होंने जलालपुर क्षेत्र की रहने वाली मनभावती (35 वर्ष) से कोर्ट मैरिज की और बाद में मंदिर में सात फेरे भी लिए। शादी के दौरान संगरू राम ने पत्नी से कहा था—”तुम मेरा घर संभाल लेना, बच्चों की जिम्मेदारी मैं उठाऊंगा।”
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😱 सुहागरात बनी मौत की रात..
शादी की पहली रात दूल्हा-दुल्हन देर तक बातें करते रहे। लेकिन सुबह होते ही अचानक संगरू राम की तबीयत बिगड़ गई। आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
नई-नवेली दुल्हन मनभावती के लिए यह पल किसी बड़े सदमे से कम नहीं था। जहां एक ओर उसने नई ज़िंदगी की शुरुआत की उम्मीदें संजोई थीं, वहीं दूसरी ओर शादी का जश्न अचानक मातम में बदल गया।
🕯️ गांव में चर्चा और विवाद..
इस घटना ने पूरे गांव को हिला कर रख दिया है। लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं—
कुछ का कहना है कि बुजुर्ग की उम्र को देखते हुए यह हादसा तय था। तो वहीं कई लोग इसे किस्मत का क्रूर मज़ाक बता रहे हैं।
कुछ लोग दबी जुबान में शादी की मंशा और हालात पर सवाल भी उठा रहे हैं।
मामले में नया मोड़ तब आया जब दिल्ली में रहने वाले संगरू राम के भतीजे गांव पहुंचे। उन्होंने अंतिम संस्कार रोक दिया और साफ कहा कि उनकी मौजूदगी के बिना चिता नहीं जलेगी। परिजनों का मानना है कि इस मौत की जांच होनी चाहिए और पोस्टमार्टम कराया जाना चाहिए।
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👮 पुलिस जांच पर टिकी नजरें..
अब गांव में चर्चाओं का सबसे बड़ा सवाल यही है कि—
क्या पुलिस इस मामले में दखल देगी और पोस्टमार्टम होगा?
या फिर इसे एक सामान्य हादसा मानकर मामला यहीं शांत हो जाएगा?
फिलहाल, सुहागरात की जगह मौत की रात की दास्तान ने गांव में सनसनी मचा रखी है और चौपालों पर बस यही किस्सा छाया हुआ है।
👉 निचोड़..
75 साल की उम्र में दूसरी शादी का फैसला संगरू राम के लिए उनकी ज़िंदगी का आखिरी फैसला साबित हुआ। सुहाग का सिंदूर चढ़ते ही मातम की राख में बदल गया और जौनपुर का यह मामला पूरे क्षेत्र में चटपटी चर्चाओं का केंद्र बन गया है।