टीबी को जड़ से समाप्त करने के लिए चलाया अभियान

–विभिन्न संस्थानों में कर्मचारियों, छात्र-छात्राओं को कलंक शमन की दिलाई गई शपथ

मेरठ। जन आंदोलन गतिविधि के अंतर्गत देश से 2025 तक टीबी को जड़ से समाप्त करने के लिये टीबी विभाग की ओर से जिले में विभिन्न जगह जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। विभाग की टीम ने बृहस्पतिवार को जिला महिला अस्पताल, रोडवेज बस स्टेंड, अम्बेडकर डिग्री कालेज, कैंट अस्पताल में टीबी जागरूकता अभियान चलाया। टीबी के प्रति लोगों को जागरूक किया और इससे बचने के उपाय बताए।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. गुलशन राय के निर्देशन में जिला पीपीएम कोआॅर्डिनेटर शबाना बेगम द्वारा सोहराब गेट, रोडवेज स्टेंड में एआरएम राजीव यादव की अध्यक्षता में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में कार्यालय कर्मचारी, बस चालकों व परिचालकों को टीबी के प्रति जागरूक किया गया। सभी को टीबी के लक्षण और उपचार की जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया, खांसी के साथ बलगम और खून आना, सीने में दर्द, शाम को हल्का बुखार, वजन कम होना और भूख न लगना टीबी के लक्षण होते हैं। इनमें से कोई लक्षण आने पर टीबी की जांच अवश्य कराएं। टीबी जांच स्वास्थ्य केन्द्रों पर निशुल्क होती है।
उन्हें निक्षय पोषण योजना के बारे में बताया गया कि इस योजना के तहत सरकार की ओर से टीबी मरीज को इलाज चलने तक पोषण भत्ते के रूप में 500 रुपये प्रति माह दिये जाते हैं। यह राशि मरीज के खाते में सीधे ट्रांसफर की जाती है। कार्यक्रम में बताया गया कि टीबी का अधूरा इलाज घातक साबित होता है। उपचार शुरू होने पर उसे बीच में नहीं छोड़ना चाहिए। पूरा इलाज कराने और सही पोषण से टीबी रोगी पूरी तरह से ठीक हो जाता है। टीबी लाइलाज नहीं है, इसे छुपाना नहीं चाहिए। कार्यक्रम में सभी को टीबी के खिलाफ कलंक शमन की शपथ दिलाई गई।
चिकित्सक, स्टाफ नर्स रहें मौजूद
जिला महिला चिकित्सालय डफरिन में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीषा अग्रवाल की अध्यक्षता में टीबी के खिलाफ कलंक शमन की शपथ ली गई, जिसमें एनटीईपी की जिला समन्वयक नेहा सक्सेना व जिला पीपीएम कोआॅर्डिनेटर शबाना बेगम द्वारा शपथ दिलाई गई, जिसमें चिकित्सक, स्टाफ नर्स आदि मौजूद रहें।
छात्र-छात्राओं को टीबी से बचने के उपाय बताए
अंबेडकर डिग्री कॉलेज में टीबी जागरूकता कार्यशाला में बीए प्रथम वर्ष के छात्र-छात्राओं को टीबी से बचने के उपाय बताये गये। साथ ही सरकार की ओर से चलायी जा रही योजना के बारे में जानकारी दी गयी। प्रधानाचार्य डा. सीडी सिंह की अध्यक्षता में टीबी के खिलाफ कलंक शमन की शपथ ली गई। छात्र-छात्राओं ने टीबी को जड़ से समाप्त करने के लिये सहयोग करने का वादा किया।
क्षय रोग नियंत्रण अभियान को लेकर चर्चा
बेगमपुल स्थित कैंट अस्पताल में जागरूकता कार्यक्रम हुआ। जिसमें 2025 तक मेरठ को टीबी मुक्त करने की शपथ ली गई। कार्यक्रम में कैंट अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी मौजूद रहें। जागरूकता कार्यक्रम में क्षय रोग नियंत्रण अभियान को लेकर चर्चा की गई। साथ ही सभी ने शपथ ली कि 2025 तक मेरठ को टीबी मुक्त बनाएंगे। कार्यक्रम में डॉक्टरों ने कहा कि यदि रोगी सही इलाज ले तो वह ठीक हो सकता है।




