‘सुरमई शाम’ के साथ हुआ नुमाईश का समापन, ‘ए वतन’ से ‘रश्क-ए- कमर’ तक झूमते रहे दर्शक

मुजफ्फरनगर की नुमाईश 2021 का समापन हो गया। संगीत कार्यक्रमों की आखिरी कड़ी के रूप में प्रदर्शनी पंडाल में रिदम संस्था की ‘सुरमई शाम’ जनपद के लोगों को हमेशा गुदगुदाती रहेगी। अपने स्तरीय कार्यक्रमों के आयोजन के लिये प्रसिद्व रिदम की ‘‘सुरमई शाम”अपने नाम के अनुरूप सुरमई रही।
दिल्ली के जानेमाने सिंगर अतुल पंडित, रिदम के अध्यक्ष व गायक संजय साथी व गायिका अनन्या तोमर की एक से बढकर एक दमदार प्रस्तुतियों ने जनपद के लोगों को कार्यक्रम के अंत तक सीट पर बांधे रखा। कार्यक्रम का शुभारंभ जनपद न्यायाधीश चवन प्रकाश द्वारा किया गया। गायिका अनन्नया तोमर ने ‘‘आओ हुजूर तुमको‘‘, ‘‘परदा-परदा‘‘ जैसे सुपरहिट गीतों से कार्यक्रम की शुरूआत की। सिंगर संजय साथी ने किशोर कुमार के सुपर डुपर हिट गीत ‘‘मेरे दिल में आज क्या है‘‘, ‘‘एक अजनबी हसीना से‘‘, ‘‘हमे और जीने की चाहत ना होती‘‘ से वाह वाही लूटी। दिल्ली के सुप्रसिद्व गायक अतुल पंडित ने अपनी शानदार गायकी से सर्द मौसम को गर्म कर दिया। अतुल पंडित ने श्रोताओं की मांग पर ‘‘मेरे रश्के कमर‘‘, ‘‘मैं रमता जोगी‘‘, ‘‘ये तो हल्का हल्का सुरूर है‘‘, ‘‘ये दिल दिवाना‘‘, ‘‘तुमसे मिलके दिल का‘‘, ‘‘ए वतन तेरे लिये‘‘ व नये पुराने गानों की मेडली गाकर इस जनपद के लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। श्रोता एक के बाद एक फरमाईश करते रहे। रिदम का यह कार्यक्रम नुमाईश पंडाल के अब तक के कार्यक्रमों का सुपर हिट कार्यक्रम रहा। पूरा पंडाल श्रोताओं से खचाखच भरा हुआ था तथा अंत तक श्रोता डटे रहे तथा ओर प्रस्तुतियों की मांग करते रहे। रिदम का यह कार्यक्रम जहां अतुल पंडित, संजय साथी, अन्नया के गीतों के लिये याद किया जायेगा वहीं शानदार आर्केस्ट्रा के लिये भी याद किया जायेगा। कार्यक्रम के संयोजक संजय साथी व आयोजक मुजफ़्फ़रनगर ईट निर्माता समिति रही। कार्यक्रम का संचालन कीर्ति द्वारा किया गया।