पति की हत्या कर देवर संग रचाना चाहती थी विवाह, पति को ठिकाने लगाया… जेल जाना पड़ा

द्वारका (दिल्ली)। पति से छुटकारा पाकर चचेरे देवर के साथ जीवन बिताने की चाहत में अधेड़ महिला ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। साजिश के तहत पहले पति को बिजली का करंट देकर मौत के घाट उतारा और फिर हादसा बताकर बात को रफा-दफा करने की कोशिश की। लेकिन कातिल पत्नी और उसके प्रेमी की व्हाट्सएप चैट ने पूरा राज खोल दिया।
घटना द्वारका सेक्टर-12 की बताई जा रही है। मृतक की पहचान करण (42) के रूप में हुई है। करण की पत्नी सुष्मिता और उसका चचेरे देवर राहुल देव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
⚡ हादसे की कहानी, जो हत्या निकली
पुलिस के अनुसार, बीते सप्ताह करण की संदिग्ध परिस्थितियों में करंट लगने से मौत हो गई थी। पत्नी सुष्मिता ने इसे हादसा बताया और जल्दबाज़ी में अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी। लेकिन जब परिवार वालों ने पोस्टमार्टम की मांग की, तो सुष्मिता और राहुल आनाकानी करने लगे।
📲 मोबाइल चैट बना कातिलों का कबूलनामा
करण के छोटे भाई कुनाल को राहुल ने किसी काम से अपना मोबाइल दिया था। उसी दौरान व्हाट्सएप खुला रह गया। कुनाल की नजर राहुल और सुष्मिता के निजी चैट्स पर पड़ीं, जिनमें करण की हत्या की प्लानिंग और बाद में “सब कुछ सेट हो गया” जैसी बातें लिखी थीं।
चैट देखने के बाद कुनाल ने तुरंत परिजनों को जानकारी दी। परिजन करण की मौत को हत्या मानकर पुलिस के पास पहुंचे। जांच में मोबाइल चैट्स और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मिले बिजली करंट से मारे जाने के स्पष्ट संकेतों ने हत्या की पुष्टि कर दी।
👮♂️ आरोपी सलाखों के पीछे
पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर सुष्मिता और राहुल को गिरफ्तार कर हत्या (IPC की धारा 302) के तहत केस दर्ज कर लिया है। पूछताछ में दोनों ने अवैध संबंध और हत्या की साजिश कबूल ली है।
📌 अवैध सम्बन्ध में अंधी हुई पत्नी
सूत्रों के मुताबिक, सुष्मिता का अपने देवर राहुल से कई महीनों से संबंध था। दोनों अक्सर फोन और मैसेज पर बातें करते थे। करण को रास्ते से हटाकर दोनों साथ रहना चाहते थे। लेकिन यह प्रेम अब उन्हें उम्रभर की कैद में ले जा सकता है।
सुष्मिता ने पति की हत्या की रात देवर राहुल संग मिलकर पूरी प्लानिंग की… दोनों ने रात भर इन्स्टाग्रम पर ये प्लान किया कि करण को कैसे मारा जाए और घर वालों को क्या कहेंगे… चलिए आपको बताते हैं कि आखिर सुष्मिता और राहुल की उस रात बात क्या हुई थी।
सुष्मिता (भाभी)- कब तक वेट करेंगे?
राहुल (देवर)- जब तक तुम बोलो…
सुष्मिता- 4 बजे कर देखते हैं.. तब तक मैं सो रही हूं…
राहुल- 4 बजे तक ज्यादा लेट नहीं हो जाएगा?
सुष्मिता- तुम बोलो फिर
राहुल- थोड़ा पहले,
सुष्मिता- ठीक है तो तुम बताओ कब तक आओगे?
राहुल- आ तो अभी जाता हूं
सुष्मिता- 1 घंटा और देख लें क्या, इतनी जल्दी तो हल्की नहीं होने वाली ये नींद
राहुल- 3 बजे तक आ जाऊंगा, घर की गली में हूं, बोलो तो आऊं
सुष्मिता- कहां हो अभी?
राहुल- घर
सुष्मिता- कुछ समझ नहीं आ रहा क्या करें?
राहुल- तुम बोलो, वो सो रहा है अभी ये क्या कर रहा है?
सुष्मिता- सो रहा है
राहुल- बस फिर तुम अच्छे से सोच लो, फिर बोलो
सुष्मिता- शॉक के लिए बोल रहे हो?
राहुल- हां
सुष्मिता- मैं सोच रही थी की दवा से ही काम हो जाएगा, इसलिए तो इतनी देर रुकी.
राहुल- और दवाई खिला दो, एक साथ सारी की सारी, ट्राई करो अगर हो सकता है तो…
सुष्मिता- 2 या 2.5 ही बची है बस, उसने दही नहीं खाई वहां बेकार हो गई. एक बार चेक करो कि दवा खाने के बाद कितनी देर में डेथ होती है. उल्टी, पॉट्टी कुछ नहीं हो रहा उसे और डेथ भी नहीं हुई अभी तक.
राहुल- ऐसा तो कुछ आ नहीं रहा कि कब तक मरते हैं.
सुष्मिता- अच्छा, करंट के लिए कैसे बांधना है? बहुत धीरे सांस ले रहा है, चींटी काटी तो हिला था.
राहुल- जितनी दवा बची है सब दे दो.
सुष्मिता- मुंह नहीं खुलवा पा रही, पानी तो डाल पा रही हूं पकड़ कर, लेकिन दवा नहीं डाल पा रही. 5-6 बार कोशिश की है.
राहुल- फिर बिजली का झटका ही देते हैं, टाइम भी निकल रहा है सारा
सुष्मिता- तुम आ जाओ साथ मिलकर खिलाते हैं.
राहुल- चलो मैं आता हूं
सुष्मिता- यहीं मैसेज करना.
राहुल- गेट पर हूं
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