प्रत्याशियों को लेकर भाजपा में बगावत, लखनऊ तक गूंज
पूर्व विधायक, पूर्व जिला पंचायत सदस्या मैदान में उतरे, मानने को नहीं तैयार

दिनेश खटीक, कमलदत्त शर्मा व मनिंद्र पाल का सबसे ज्यादा विरोध
लियाकत मंसूरी
मेरठ। मेरठ में भाजपा प्रत्याशियों का जबरदस्त विरोध शुरू हो गया है। सबसे अधिक विरोध हस्तिनापुर सीट से घोषित हुए मंत्री दिनेश खटीक को लेकर है। शहर सीट से प्रत्याशी बनाए गए कमलदत्त शर्मा को लेकर पार्टी के अंदर ही बगावत शुरू हो गई हे। सूत्रों की माने तो कमलदत्त का विरोध एक मंत्री द्वारा किया जा रहा है। सिवालखास विधानसभा से जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन मनिन्द्रपाल सिंह को टिकट दिया गया है, यहां भी पार्टी की पूर्व जिला पंचायत सदस्य ने विरोध का झंडा उठा लिया है। वह निर्दलीय चुनाव लड़कर मनिन्दर पाल सिंह को टक्कर देने के लिए तैयारी करने में जुटी है। बागियों के तेवरों की गूंज लखनऊ व नई दिल्ली तक पहुंचनी आंरभ हो गयी है। ऐसे बागियों को संतुष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है।
दिनेश खटीक: पूर्व विधायक गोपाल काली ने किया विरोध
हस्तिनापुर सुरक्षित सीट पर भाजपा ने मंत्री दिनेश खटीक को प्रत्याशी बनाया है। पार्टी के पूर्व विधायक गोपाल काली ने सोशल मीडिया के माध्यम से इस टिकट का विरोध करना आरंभ कर दिया है। पूर्व विधायक दिनेश खटीक के सामने खुलेआम आ गए है। उन्होंने बगावती तेवर दिखाते हुए कहा है कि वे दिनेश खटीक को हराने तक आराम से नहीं बैठेंगे। क्षेत्र के लोगों ने भी दिनेश खटीक का विरोध करना शुरू कर दिया है।
दिनेश खटीक का इसलिए हो रहा विरोध
दिनेश खटीक वकील ओमकार हत्याकांड में आरोपी है। आरोप है कि उन्होंने 56 युवा गुर्जर लड़कों पर मुकदमें दर्ज करवाए। हापुड़ में गोशाला की सौ बीघा भूमि पर कब्जे का भी आरोप है। निलंबित दरोगा से उगाही कराने के अलावा जनता से अभद्र व्यवहार का भी आरोप दिनेश खटीक पर है।
कमलदत्त शर्मा: राज्यमंत्री ही विरोध में उतरे
कयास लगाए जा रहे थे कि शहर सीट से राज्यमंत्री सुनील भराला को टिकट दिया जाएगा। सुनील भराला को टिकट मिलने की संभावना भी थी, लेकिन ऐन वक्त पर उनका टिकट काटकर कमल दत्त शर्मा को थमा दिया गया। कमल पूर्व प्रदेश अध्यक्ष के नजदीकी बताए जा रहे हैं। टिकट कटने के बाद सुनील भराला ने बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए है। हालांकि, इस बारे में जब सुनील भराला से संपर्क करना चाहा तो उनसे बात नहीं हो सकी।
कमलदत्त का विवादों से पुराना नाता
कमलदत्त का टिकट फाइनल होते ही उनके खिलाफ पार्टी में बगावत शुरू हो गई। कमल के खिलाफ सोशल मीडिया पर माहौल बनाए जाने लगा है। एक वीडियो वायरल की गई है, जिसमें कमलदत्त किसी महिला के साथ है, इस वीडियो में महिला का पति गाली गलौच कर रहा है, बताया जा रहा है कि यह महिला कमलदत्त की प्रेमिका है। दूसरा आरोप कमल पर पुलिस के साथ अभद्र व्यवहार का लगाया जा रहा है, उन्होंने कई साल पहले एसपी सिटी का गिरेबान तक पकड़ लिया था।
मनिन्दर पाल सिंह के विरोध में पूर्व जिला पंचायत सदस्य मैदान में उतरी
सिवाल खास विधानसभा में वर्तमान विधायक जितेन्द्र सतवाई का टिकट काटकर जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन मनिन्द्रपाल सिंह को दिया गया है। इससे मुखर होकर पूर्व जिला पंचायत सदस्या मीनाक्षी भराला ने विरोध का झंडा उठा लिया है। वह निर्दलीय चुनाव लडकर मनिन्दर पाल सिंह को टक्कर देने के लिए तैयारी करने में जुटी है।