नवजात की देखभाल के लिए आशा कार्यकत्रियों को दिया प्रशिक्षण

50 आशा कार्यकत्रियों ने लिया भाग, सुरक्षित गर्भ समापन के बारे में बताया
मेरठ। राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत एएनएमटीसी में शहरी आशा कार्यकत्रियों के मॉड्यूल 6 और 7 का पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें आशा कार्यकत्रियों को नवजात की देखभाल हेतु लोगों को जागरूक करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। कार्यक्रम में करीब 50 आशा कार्यकत्रियों ने भाग लिया। इसके साथ ही साझा प्रयास नेटवर्क द्वारा प्रशिक्षण शिविर में प्रतिभाग किया गया और आशा कार्यकत्रियों को सुरक्षित गर्भ समापन के बारे में बताया गया। इस दौरान डीसीपीएम हरपाल सिंह, चिकित्सा अधिकारी (प्रशिक्षण) डॉ. विजय त्यागी, यूनिसेफ के मंडलीय को-आर्डिनेटर अलताफ अली, साझा प्रयास नेटवर्क से प्रोग्राम आफिसर मौजूद रहें।
डॉ. विजय त्यागी ने आशा कार्यकत्रियों को नवजात की देखभाल के बारे में जागरूक करते हुए बताया, जन्म के 45 दिन तक आशा कार्यकत्री को कम से कम छह बार घर जाकर नवजात शिशु और उसकी मां की देखरेख करनी है। उन्होंने आशा कार्यकत्रियों को तकनीकी रूप से नवजात की देखरेख संबंधी में प्रशिक्षण दिया और इसका डेमो भी करके दिखाया। आशा कार्यकत्रियों को उनकी जिम्मेदारी के बारे में विस्तार से जानकारी दी और उन्हें गृह आधारित नवजात शिशु की देखरेख की महत्ता से रूबरू कराया। यूनिसेफ के मंडलीय को-आॅर्डिनेटर अलताफ अली ने बताया, छह माह तक महिला द्वारा अपने बच्चे को केवल स्तनपान कराना चाहिए। रोग से बचाव के लिए समय पर नवजात शिशु का टीकाकरण जरूरी है। नवजात शिशु को छूने से पहले अपने हाथ धोने जरूरी है। नवजात शिशु और महिला के वजन पर नजर रखें। साथ ही दस्त लगने पर घरेलू उपचार ओआरएस घोल पिलाने के बारे में बताया।
सीएससी पर चलेगा पांच दिन तक
डीसीपीएम हरपाल सिंह ने बताया, नवजात शिशु की देखभाल के लिए राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत एएनएमटीसी में शहरी आशा कार्यकत्रियों का मॉड्यूल 6 और 7 का पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम हर ब्लॉक के अंर्तगत आने वाली सीएससी पर पांच दिन चलेगा। इसके साथ ही ग्रामीण समाज केंद्र के तहत साझा प्रयास ने इस प्रशिक्षण शिविर में प्रतिभाग कर आशा कार्यकत्रियों को सुरक्षित गर्भ समापन, परिवार नियोजन के बारे में भी बताया। उन्हें बताया गया कि सुरक्षित गर्भ समापन से संबंधित सुविधाएं कहां ली जा सकती है। ग्रामीण समाज केंद्र ने सुरक्षित गर्भ समापन पर जिले में बेहतर कार्य किया है। अब यह संस्था रजपुरा ब्लॉक में स्टॉप टीबी व कोरोना वैक्सीनेशन में सहयोग कर रही है।