चारपाई पर मिला युवक का गला कटा शव, इलाके में फैली सनसनी

अनिल शर्मा
UP क़े ज़िला मेरठ क़े थाना मवाना क्षेत्र के अंतर्गत बुधवार सुबह एक सनसनीखेज वारदात ने पूरे इलाके को दहला दिया। हस्तिनापुर रोड स्थित बेरियों वाले श्मशान घाट के पास आम के बाग में एक युवक का गला कटा शव खाट पर पड़ा मिला। शव की हालत देखकर ग्रामीणों में दहशत फैल गई।
सूचना खेत में काम कर रहे किसान नरेंद्र पुत्र राजपाल निवासी सैदीपुर ने पुलिस को 112 नंबर पर दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव की शिनाख्त विजय पुत्र फूल सिंह उम्र करीब 35 वर्ष निवासी प्रभात नगर कॉलोनी, थाना हस्तिनापुर के रूप में की। बताया जा रहा है कि विजय नशे का आदी था और अक्सर इसी क्षेत्र में शराब व भांग पीकर पड़ा रहता था।
मृतक की गर्दन आधी कटी हुई थी, जिससे हत्या की आशंका गहराती जा रही है। घटना की जानकारी मिलते ही सीओ मवाना पंकज लवानिया तथा थाना प्रभारी निरीक्षक पूनम जादौन पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। फॉरेंसिक टीम ने भी पहुंचकर साक्ष्य जुटाए और जांच शुरू की।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। मृतक के परिजनों और परिचितों से पूछताछ की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, विजय पूर्व में आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है और चार वर्ष पूर्व हस्तिनापुर क्षेत्र में एक महाराज की हत्या के मामले में जेल जा चुका है।
🔍 पुलिस जांच जारी है, लेकिन सवाल यह है—क्या यह पुरानी रंजिश का नतीजा है या नशे की दुनिया में उलझे किसी विवाद का अंजाम?
मवाना की नशे में डूबी परछाइयाँ: विजय की मौत एक हत्या या एक चेतावनी?
� आम के बाग में खाट पर पड़ा गला कटा शव, पुलिस की गहमागहमी, और एक नाम—विजय। लेकिन इस सनसनीखेज वारदात के पीछे एक और कहानी है, जो सिर्फ खून नहीं, समाज की चुप्पी भी बयां करती है।
🧩 विजय कौन था?
प्रभात नगर कॉलोनी का रहने वाला विजय, उम्र करीब 35 साल। नशे का आदी, अक्सर हस्तिनापुर रोड के आसपास शराब और भांग के नशे में धुत पड़ा रहता था। चार साल पहले एक महाराज की हत्या के मामले में जेल जा चुका था। तब भी इलाके में हलचल थी, अब फिर वही नाम सुर्खियों में है—लेकिन इस बार खुद लाश बनकर।
🕳️ नशे की दलदल और समाज की चुप्पी
विजय की मौत सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि उस सामाजिक तंत्र की है जो नशे को देखता है, जानता है, लेकिन रोकता नहीं। गांव के लोग उसे