फुलत में आयोजित ‘वित्त साक्षरता कैम्प’ में उमड़ी भीड़

–आरबीआई के वित्त साक्षरता सप्ताह का हुआ समापन
-‘डिजीटल चुनो, सुरक्षा के साथ’ थीम पर आयोजित था सप्ताह
-आरबीआई के लीड़ बैंक मैनेजर ने वीडियो कांन्फ्रेस से किया संबोधित
-ग्रामीणों की बैंक संबंधी समस्याओं का भी किया गया समाधान
मुजफ्फरनगर।रिजर्व बैंक आफ इण्डिया द्वारा मनाये जा रहे वित्त साक्षरता सप्ताह का फुलत में आयोजित कैम्प के साथ ही समापन हो गया। इस कैम्प में वित्त साक्षर होने के लिए ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ी। कैम्प को जहां वित्त साक्षरता केन्द्र खतौली की प्रबन्धक व पीएनबी के एफएलसी द्वारा संबोधित किया गया,वहीं रिजर्व बैंक आफ इण्डिया के लीड़ बैंक आफिसर द्वारा वीडियो कांन्फ्रेस के माध्यम से संबोधित किया। कैम्प में वित्त साक्षर करने के साथ ही ग्रामीणों की बैंक संबंधी समस्याओं का भी समाधान किया गया।
गौरतलब है कि रिजर्व बैंक आफ इण्डिया द्वारा 14 फरवरी से 18 फरवरी तक वित्त साक्षरता सप्ताह मनाया जा रहा था, जिसकी थीम थी ‘डिजीटल चुनो सुरक्षा के साथ’। इसी थीम के लेकर जिला अग्रणी प्रबन्धक बीएस तोमर के निर्देशन में मनीवाइज वित्त साक्षरता केन्द्र की प्रबन्धक शीजा खानम द्वारा खतौली ब्लाॅक के अलग-अलग गांवों में वित्त साक्षरता कैम्प का आयोजन कर ग्रामीणों को बजट बनाकर बचत करने, उसका निवेश करने तथा सामाजिक सुरक्षा के चलते बीमा व पेन्शन के बारे में जागरूक किया गया, वहीं डिजीटल बैंकिंग के फायदे भी बताये गये। कैम्प में डिजीटल बैंकिंग के दौरान होने वाले खतरों से भी सावधान किया गया।
साक्षरता सप्ताह के अन्तिम दिन खतौली ब्लाॅक के ग्राम फुलत में वित्त साक्षरता कैम्प उच्च प्राथमिक विद्यालय में आयोजित किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। इस दौरान मनीवाइज वित्त साक्षरता केन्द्र की प्रबन्धक शीजा खानम ने कहा कि आज के युग में डिटिजलाइज होना बेहद जरूरी है। ग्रामीणों की डिजीटल बैंकिंग को लेकर जताये गये डर के जवाब में उन्होंने कहा कि जब हम सड़क पर निकलते हैं, तो उस समय भी खतरे होते हैं,परन्तु खतरों के डर से हम सड़क पर चलना नहीं छोड़ते, बल्कि सुरक्षा बरतते हैं। इसी तरह डिजीटल को भी हमें सुरक्षा के साथ अपनाना चाहिए।
आरबीआई के लीड़ बैंक आॅफिसर अक्षय सिंह ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से कैम्प में मौजूद ग्रामीणों को संबोधित करते हुए एटीएम व डिजीटल बैंकिंग के फायदे बताये और लोगों से डिजिटल चुनने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि डिजीटल अपनाकर चोरी, नकली नोट, फटे नोट से तो बचा ही जा सकता है, इसके लिए अलावा किसी भी समय बैंकिंग की सुविधाओं का फायदा भी उठाया जा सकता है। इस दौरान एफएलसी अनिल गर्ग ने भी कैम्प को संबोधित करते हुए कहा कि बजट बनाकर बचत किया जाना बेहद जरूरी है। उन्होंने सरकार द्वारा चलाई जा रही बीमा योजनाओं की भी विस्तार से जानकारी दी।
कैम्प को सफल बनाने में ग्राम प्रधान फहीम रहमान, समाजसेवी वसीम अहमद, मनीवाईज डाटा एन्ट्री आपरेटर समरीन, बैंक कोर्डिनेटर रामकुमार राठी, रवि कुमार आदि का विशेष सहयोग रहा।