
हाथों में लगी मेहंदी खूबसूरती में लगाती है चार चांद
लियाकत मंसूरी
मेरठ। ईद का चांद हर घर में खुशियों की सौगात लेकर आता है। ईद का चांद नजर आते ही चारों तरफ खुशियों के रंग बिखर जाते है। ईद का दिन दुनियावी मजादात और रगबतों से पाक होता है। यह दिन मसावत की एक आला मिसाल है। ईद का दिन अपने दामन में सैकड़ों खुशियां समेटे आता है। सौगातों, मसर्रतों, और मोहब्बतों से सभी को सराबोर कर देता हैं।
चांद नजर आने पर मंगलवार को ईद है। ईद के दिन को रंगीन और यादगार बनाने के लिए हमारे इख्तियार में छोटे-बड़े बहुत से जरिए हैं, जैसे चांद देखने की रिवायत। शाम से ही ईद का चांद देखने के लिए बड़े और बच्चे आसमां की तरफ नजरे जमाने लगते है। चांद नजर आते ही लोगों का जोश, जज्बा दिखने लगता हैं। हर तरफ चहल-पहल और रौनक बढ़ जाती हैं। महिला, पुरूष के कदम बाजारों की तरफ बढ़ जाते हैं। चांद रात को बाजारों में भी खूब रौनक रहती है। खरीदारी का सिलसिला देर रात तक चलता रहता है।
सेवाइयों की खुशबू, चांद रात खत्म होते ही ईद का दिन आता है। ईद का दिन अपनी इस्लामी और मशरिकी रिवायत के साथ शुरू होता है। मर्द हजरत मसनून तरीके से ईद की तैयारी शुरू करते है। जैसे नहाने के बाद नए कपड़े पहनना, खुशबू लगाना। नमाज के लिए जाने से पहले मीठी चीज खाना। दूसरी जानिब सहर से ही ख्वातीन ईद की तैयारी में मशगूल हो जाती है। खास पकवान जिसमें सेवइयों की चीजें खास तरीके से तैयार की जाती है। ईद के दिन अगर सेवाइयां न हो तो सारे खाने अधूरे है। सेवाइयां और उससे बनी व्यंजन हमारी मशरिकी रिवायत का हिस्सा है।
ईदगाह में दिखता है मसावत का नजारा:-
सब अमीर-गरीब नए लिबास से नमाज पढ़ने के लिए ईदगाह का रूख करते है तो मसावत का यह नजारा देखते ही बनता है। ईद के मौके पर घर की ख्वातीन काफी मसरूफ हो जाती हैं। रसोई के अलावा उन पर घर की सफाई, सजावट और आराइश की जिम्मेदारियां होती है।
ईद के लिबास में चमकना चाहिए मशरिकी रंग:-
ईद ऐसा त्योहार है जिसका नाम लेते ही दिमाग में एक से बढ़कर एक मीठे व्यंजन के नाम आते है। ईद का दिन ही खुशियां बांटने, बिछड़ों से मिलने और मोहब्बतों में गुथें रिशतों को और ज्यादा मजबूत करने का दिन है। ईद के दिन मेहमानों का आना-जाना लगा रहता है। मेजबान तरह-तरह की डिशों से उसकी खातिर करता है। इस हिस्से को भी उतना ही खूबसूरत नजर आना चाहिए। जितने उस वक्त पेश किए पकवान है। ईद के मौके पर अच्छा लिबास व्यक्तित्व को निखारता है, लेकिन ईद के लिबास को मौसम के लिहाज से पहनना चाहिए। जाड़े का मौसम है तो गहरा रंग इस्तेमाल करें और गर्मी के मौसम में हल्के फुल्के रंग के लिबास पहने। ईद के लिबास में मशरिकी रिवायत का रंग होना जरूरी है।
चांद रात को सजाए हाथों पर लाल मेहंदी
ईद के मौके पर ख्वातीनों के लिए मेहंदी की अपनी अहमियत है। मेहंदी चांद रात को लगाए, ताकि ईद के दिन निखर जाए। ईद के दिन ख्वातीन का मेकअप भी जरूरी है, मेकअप करते वक्त आप अपनी जिल्द पर खासा ध्यान दे। गोरे रंग पर गहरा मेकअप और सांवले रंग पर लाइट मेकअप पसंद किया जाता है। ईद पर किए जाने वाला मेकअप जितना कुदरती नजर आएगा, उतनी आपकी शख्सीयत पर नजर आएगा। मेकअप के बाद बालों के स्टाइल पर भी खासा दे। ऐसा स्टाइल अपनाए जो दिलकश भी लगे और आपके ख्वातीन कामों में परेशानी पैदा न करे।
लेखक वरिष्ठ पत्रकार है व मेरठ में दैनिक भास्कर के ब्यूरो चीफ है।