अब मंत्र एप पर होगी गर्भवती व नवजात के सेहत की पूरी कुंडली

एप पर गर्भवती के स्वास्थ्य संबंधी आंकड़ों को फीड और ट्रैक किया जा सकेगा
-ब्लॉक स्तर पर दिया जा रहा प्रशिक्षण, दौराला सीएचसी पर हुई ट्रेनिंग
मेरठ। अब गर्भवती और नवजात के स्वास्थ्य संबंधी जांच की जानकारी मंत्र एप से मिल सकेगी। इस एप के माध्यम से गर्भवती के स्वास्थ्य से जुड़े आंकड़ों को फीड और ट्रैक किया जा सकेगा। स्वास्थ्य विभाग इसकी तैयारी में जुटा है। मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दौराला में प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न हुआ। इससे पहले जिला स्तर पर समस्त सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के चिकित्सा अधिकारियों, बीपीएम, नर्स मेंटर और स्टाफ नर्स को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। इसमें तकनीकी सहयोग यूनिसेफ द्वारा किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन ने बताया कि गर्भवती की जांच का पूरा आंकड़ा मंत्र एप पर लोड किया जाएगा, ताकि जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य संबंधी सटीक आंकड़े प्राप्त हो सकें। इसके लिए जनपद के सभी केंद्रों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। मातृ एवं नवजात ट्रैकिंग एप्लीकेशन का प्रशिक्षण दे रहे यूनिसेफ के मंडलीय मॉनिटर मोहम्मद अल्ताफ ने बताया कि जब एक गर्भवती प्रसव के लिए सामुदायिक या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आएगी तो उस दौरान मौजूद नर्स मेंटर या स्टाफ नर्स द्वारा गर्भवती के प्रसव के दौरान होने वाली प्रक्रिया को मंत्र एप में लोड करेंगी। इसके साथ ही नवजात का हेल डाटा भी एप पर भरा जायेगा। जनपद स्तर पर प्रशिक्षण ले चुके स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले सभी प्रसव केंद्रों पर तैनात एएनएम एवं स्टाफ नर्स को इस एप्लीकेशन के संबंध में प्रशिक्षण देंगे। इससे सभी लाभर्थियों का डाटा आनलाइन हो जायेगा।
ये कहना है नोडल अधिकारी का
परिवार कल्याण कार्यक्रम की नोडल अधिकारी डॉ. पूजा शर्मा ने बताया कि प्रसव के दौरान गर्भवती को अगर जटिलता होती है, तो उसकी जानकारी मंत्र एप्लीकेशन में अपलोड कर गर्भवती को जिला चिकित्सालय भेजा जायेगा। प्रसव उपरांत नवजात में होनी वाली जटिलताओं को एप पर अपलोड के बाद उसको उच्च केंद्र पर भेजा जायेगा, जहां पर उसको उचित इलाज दिया जाएगा।
ये बोली जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की जिला मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता इलमा अजीम ने बताया कि जैसे ही गर्भवती सीएचसी पर पहुंचेगी, उसका डाटा एप पर अपलोड कर दिया जाएगा, इतना ही नहीं प्रसव उपरांत नवजात की मॉनीटरिंग एप के जरिए की जाएगी।
इन ब्लॉकों में दिया जाएगा प्रशिक्षण
जनपद के छह ब्लॉकों सरधना, दौराला, सरूरपुर, रोहटा,जानी, माछरा एवं जिला महिला अस्पताल में प्रशिक्षण दिया जा चुका है। अब ब्लॉक हस्तिनापुर, मवाना, परीक्षितगढ, भावनपुर, खरखौदा एवं भूडबराल में प्रशिक्षण दिया जाएगा।