एन सी आर

शिक्षक की शर्मनाक करतूत | छात्रा पर होटल चलने का दबाव, SSP ने भेजा जेल

UP क़े मेरठ की शर्मनाक घटना ने शिक्षा व्यवस्था और पुलिस तंत्र दोनों को कटघरे में खड़ा कर दिया है। परीक्षितगढ़ थाना क्षेत्र के एक इंटर कॉलेज में पढ़ने वाली कक्षा 7 की छात्रा के साथ शिक्षक अनुराग ने जो किया, वह न सिर्फ कानून के खिलाफ है, बल्कि समाज की नैतिकता पर भी सवाल उठाता है।


आरोप बेहद गंभीर…

आरोपी शिक्षक अनुराग ने छात्रा से कहा:
“तुम चार लड़कों के साथ OYO जा चुकी हो, तो मेरे साथ चलने में क्या प्रॉब्लम है?”
यह बयान एक नाबालिग छात्रा की गरिमा पर सीधा हमला है। जब छात्रा ने विरोध किया, तो उसे फेल करने की धमकी दी गई।

👧 पीड़िता की हिम्मत | शिक्षक की गिरफ्तारी

छात्रा ने साहस दिखाते हुए परिजनों को घटना की जानकारी दी। परिजनों ने तुरंत थाने में तहरीर दी। लेकिन यहां भी संवेदनहीनता की हद पार हो गई—शुरुआती पूछताछ में महिला पुलिसकर्मी ने छात्रा को ही पीट दिया।

मामला जब वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) तक पहुंचा, तो उन्होंने गंभीरता से कार्रवाई की। आरोपी शिक्षक अनुराग को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

🏫 शिक्षा संस्थानों में बढ़ती गंदगी | गार्जियन की भूमिका पर सवाल

यह घटना सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि समाज के उस हिस्से की तस्वीर है जहां शिक्षक शिकार करने वाले बनते जा रहे हैं।

शिक्षा का मंदिर अब डर का अड्डा बनता जा रहा है। ऐसे में गार्जियन की भूमिका सिर्फ नाम लिखवाने तक सीमित नहीं रहनी चाहिए।

बच्चों के साथ रोज़ की गतिविधियों पर संवाद करना, उन्हें मानसिक रूप से मज़बूत बनाना, सही-गलत की पहचान सिखाना और भरोसे का माहौल देना आज की सबसे बड़ी ज़रूरत है।

📢 सवाल जो उठने चाहिए…

– स्कूलों में नैतिक शिक्षा और सुरक्षा तंत्र की कमी क्यों है?
– क्या शिक्षक चयन प्रक्रिया में नैतिक मूल्यांकन शामिल है?
– पुलिस तंत्र में संवेदनशीलता की कमी क्यों दिखती है, खासकर महिला पीड़ितों के मामलों में?
– गार्जियन और स्कूल के बीच संवाद की क्या व्यवस्था है?

🧭 आगे का रास्ता…

– शिक्षक प्रशिक्षण में नैतिकता और बाल सुरक्षा को अनिवार्य किया जाए
– स्कूलों में नियमित काउंसलिंग और हेल्पलाइन शुरू की जाए
– पुलिस थानों में महिला और बाल अधिकारों पर विशेष प्रशिक्षण दिया जाए
– गार्जियन-टीचर मीटिंग को सिर्फ औपचारिकता न बनाकर संवाद का मंच बनाया जाए

📌
यह घटना एक चेतावनी है—शिक्षा संस्थानों में सिर्फ पढ़ाई नहीं, बल्कि सुरक्षा और नैतिकता की निगरानी भी ज़रूरी है। बच्चों को बोलने की आज़ादी दीजिए, उन्हें सुनिए, और उनके साथ खड़े रहिए।

TRUE STORY

TRUE STORY is a UP based Newspaper, Website and web news channal brings the Latest News & Breaking News Headlines from India & around the World. Read Latest News Today on Sports, Business, Health & Fitness, Bollywood & Entertainment, Blogs & Opinions from leading columnists...

Related Articles

Back to top button