मुकदमे व बर्खास्तगी के बाद बोली नेहा खान- मैं निर्दोष हूं, मुझे निशाना बनाया गया

अलीगढ़ से फैज़ान खान की रिपोर्ट
मुकदमा दर्ज होने व बर्खास्तगी के बाद नर्स नेहा खान ने सनसनीखेज खुलासा किया है। उसने कहा कि उसे फसाया जा रहा है। महकमे का ही एक कर्मचारी इस साजिश में शामिल है।अलीगढ़ के थाना सिविल लाइन इलाके के जमालपुर में स्थित हेल्थ सेंटर में कोविड वैक्सीनेशन के दौरान कोविड वैक्सीन से भरी कुछ सिरिंज कूड़े में मिलने के मामले में प्रशासन की जांच के बाद सेन्टर की इंचार्ज मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर आरफीन और नर्स नेहा खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, उन पर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, महामारी अधिनियम का उल्लंघन करने, साजिश रचने और झूठी जानकारी देने का आरोप लगाया गया है।
नेहा खान (नर्स) उत्तर प्रदेश राज्य के एटा जिले की रहने वाली है।वह कानपुर जिले से स्नातक होने के बाद अलीगढ़ में कार्यरत थी। नेहा खान और उनके माता-पिता के मुताबिक नेहा खान इस घटना से सदमे में हैं. वह किसी से बात नहीं कर पाई हैं। जिसके चलते वह अभी तक मीडिया में कोई बयान नहीं दे पाई थी।उन्होंने वायरल वीडियो को झूठा बताया और गलत बताया है, क्योंकि वायरल वीडियो के अनुसार वह मौके पर नहीं पकड़ा गया था। करीब चार घंटे बाद उसे घर से बुलाया गया और बताया गया कि टीकाकरण लापरवाही का मामला है।
True Story के साथ एक विशेष साक्षात्कार में, नेहा खान ने कहा, “मैं निर्दोष हूं। मुझे जमालपुर सेंटर पर मौजूद (फार्मासिस्ट) ने 22 मई को जबरन जमालपुर स्वास्थ्य केंद्र में काम करने के लिए बुलाया था, जबकि उस दिन मेरी ड्यूटी दूसरे केंद्र में थी।” जमालपुर स्वास्थ्य में केंद्र, मैंने 10.30 बजे से 11.30 बजे तक 10 से 15 टीके दिए थे, उसके बाद मैंने कंप्यूटर पर डेटा दर्ज करना शुरू किया, फिर अन्य नर्सों ने टीका लगाया। मेरी अनुपस्थिति में टीकाकरण किसने किया? मुझे नहीं पता कि टीके भरी सिरिंज किसने कूड़ेदान में फेकी। हमेशा की तरह मैं दोपहर के भोजन के लिए अपने घर गई और उसी समय मुझे टेलीफोन द्वारा बुलाया गया और अरविंद कश्यप (फार्मासिस्ट) ने मुझ पर आरोप लगाया।
नेहा खान ने कहा, “मुझे इस पूरे मामले में फंसाया जा रहा है।” मैं पिछले छह साल से अपना काम अच्छी तरह से कर रही हूं, मेरे खिलाफ आज तक कोई शिकायत नहीं मिली है, मेरे खिलाफ साजिश रची गई है, मुझे अरविंद कश्यप (फार्मासिस्ट) पर संदेह है, क्योंकि वह अरविंद कश्यप ही थे जिन्होंने मुझे उस दिन जबरन जमालपुर सेंटर में बुलाकर काम करने के लिए कहा था। मेरा काम को लेकर फार्मासिस्ट से कहासुनी एवं विवाद हुआ था उसके बाद अरविंद कश्यप ने मुझसे कहा था, ‘मैं तुम्हें यहां काम नहीं करने दूंगा. इसलिए मेरा अनुरोध है कि इस पूरे मामले की उच्चतम स्तर पर जांच की जाए।
नेहा खान के पिता ने कहा कि मेरी बेटी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है लेकिन मेरी बेटी निर्दोष है और उसे निशाना बनाया जा रहा है। अरविन्द कश्यप पर संदेह है कि उसने मेरी बेटी को फंसाने की कोशिश की है।