भगवान श्रीकृष्ण-रुक्मणि विवाह के साथ अमृत वर्षा का श्रद्धालुओं को रसपान कराया
मुजफ्फरनगर के तुलसी मानस मंदिर, सत्संग भवन शामली रोड में श्री मद् भागवत कथा के छठे दिन कथाव्यास आचार्य श्री धर्मेन्द आचार्य भगवान श्रीकृष्ण और रुकमणी के विवाह की अमृत वर्षा का श्रद्धालुओं को रसपान कराया और भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य महारास लीला का वर्णन किया। आचार्य श्री ने कहा कि भगवान की महारास लीला इतनी दिव्य है कि स्वयं भोलेनाथ उनके बाल रूप के दर्शन करने के लिए गोकुल पहुंच गए। मथुरा गमन प्रसंग में अक्रूर जी भगवान को लेने आए। जब भगवान श्रीकृष्ण मथुरा जाने लगे समस्त ब्रज की गोपियां भगवान कृष्ण के रथ के आगे खड़ी हो गईं। कहने लगी हे कन्हैया जब आपको हमें छोड़कर ही जाना था तो हम से प्रेम क्यों किया। गोपी उद्धव संवाद, श्री कृष्ण एवं रुकमणी विवाह उत्सव पर मनोहर झांकी प्रस्तुत की गई।
कथा में किसान चिंतक एवं वरिष्ठ समाजसेवी कमल मित्तल , श्रीं दिपेंद्र मलिक,राखी जैन,रेणु शर्मा,मोहित मलिक, सुशील शर्मा, श्री श्याम लाल बंसल, श्री त्रिलोक चंदगुप्ता ,श्री ताराचंद वर्मा,दिनेश बंसल, श्री योगेश मलिक प्रमुख ,श्रीमती अंजना कौशिक ,शालू बंसल, सपना मलिक, पिंकेश शर्मा आदि उपस्थित रहे।