दबंगों से आजिज आए परिवार ने जिला प्रशासन से लगाई इच्छा मृत्यू की गुहार
परिवार दो माह से नाबालिग लड़की की बरामदगी को काट रहा है सरकारी दफ्तरों के चक्कर
-तिजोरियों की पहरेदार पुलिस को बताया सफेद हाथी, भ्रष्ट अधिकारियों के विरूध सख्त कार्यवाही की मांग की
मुजफ्फरनगर। दबंगो से त्रस्त पीडि़त परिवार ने जिला प्रशासन से इच्छा मृत्यू की गुहार लगाई हैं। पिछले दो माह से नाबालिग लड़की की बरामदगी को लेकर पीडि़त परिवार सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर हो रहा हैं। पीडि़त परिवार ने पुलिस की कार्यशैली पर भी उठाये सवालिया निशान। पुलिस प्रशासन को तिजोरियों का गुलाम बताते हुए कहा कि खाकीधारी दबंगो की चाटूकारिता कर रहे हैं, जिस कारण पीडि़त परिवार लगातार दो माह से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने के बावजूद केवल आश्वासन ही मिल पा रहा हैं।
जनपद के थाना पुरकाजी क्षेत्र के गांव झबरपुर निवासी पीडि़त सोहनवीर ने परिवार सहित मीडिय़ा सैंटर पर पत्रकारों से वार्ता कर बताया कि गत 27 अगस्त को गांव के ही दबंग युवकों के द्वारा उनकी नाबालिग पुत्री को स्कूल जाते समय अपहरण कर लिया गया। आरोप हैं कि अपहरण करने के बाद दबंगों के द्वारा जबरन नाबालिग का धर्म परिवर्तन भी कराया गया। पीडि़त परिवार ने गांव के ही करण उर्फ काका पुत्र कल्याण, राहुल पुत्र राकेश, कल्याण सिंह व मुकेश पत्नि कल्याण सिंह निवासी झबरपुर के अलावा नीरू पुत्र सोहन लाल निवासी पुरकाजी ने नाबालिक युवती के साथ मारपीट करते हुए गाड़ी में ड़ालकर ले गये। पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए अपहर्त युवती के दादा नकली सिंह ने बताया कि पुलिस प्रशासन सफेद हाथी बन चुका हैं, जो केवल दफ्तर में बैठकर अपनी जेब गर्म करने के अलावा और कुछ नहीं कर पा रहा हैं। उन्होंने कहा कि खाकी के संरक्षण में दबंगों का होसला बुलंदियों को छृू रहा हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में काबिज भाजपा की योगी सरकार के बावजूद भी भ्रष्ट खाकी धारी अपनी मनमानी कर रहे हैं। आरोप हैं कि नामजर्द रिपोर्ट कराने के बावजूद भी भ्रष्ट पुलिस अधिकारियों के द्वारा कोई किसी प्रकार की ठोस कार्यवाही नहीं की गई। आरोप हैं कि युवती की तलाश करने के बजाय पीडि़तों को करीब चार घंटों तक थाने में ही कानूनी कार्यवाही पूरी करने में उलझाये रखा, मगर फिर भी कोई कार्यवाही नहीं की गई। पीडि़तों ने पुलिस प्रशासन की घटिया कार्यशैली के परेशान होकर प्रदेश मुखिया योगी आदित्या नाथ से परिवार सहित इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई हैं। पीडि़तों ने पुलिस प्रशासन को पांच दिन का अल्टिीमेटम देते हुए कहा कि पांच दिनों में अपहर्त को बरामद नहीं किया गया तो जिलाधिकारी कार्यालय पर परिवार के सभी सदस्यों के साथ आत्मदाह करने की चेतावनी दी गई हैं।
भाजपा सरकार का नारा बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं मगर कैसे:
पीड़िता युवती के दादा नकली सिंह ने बताया कि प्रदेश में काबिज भाजपा की योगी सरकार का नारा बेटी बचाओं बेटी पढ़ओ केवल प्रदेश भर की सड़को के डिवाइडऱों व दीवारों पर मुहावरें लिखवा देने मात्र से मुहिम को सफलता नहीं मिलती, उसके लिए धरातल पर आकर कार्य किया जाता हैं। आरोप हैं कि पुलिस प्रशासन की टीम के द्वारा की जा रही कार्यवाही केवल कागजों में ही पूरी हो रही हैं,मगर इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही हैं। आरोप हैं कि पुलिस प्रशासन खाकी की आड़ में अपनी तिजोरियों को भरने में लगा हुआ हैं, यहीं कारण हैं कि पीडि़तों को इंसाफ के नाम पर केवल सरकारी दफ्तरों के पहरेदार बना दिये जाते हैं,जो हर सुबह एक नई आस लेकर सरकारी दफ्तर के बाहर जाकर बैठ जाते हैं।
इंसाफ नहीं मिला तो परिवार के पचास सदस्य करेंगें आत्मदाह
पीडि़त परिवार ने जिला प्रशासन से इंसाफ की गुहार लगाते हुए कहा कि अगर जल्द ही हमारी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो परिवार के सभी पचास सदस्यों के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पर आत्मदाह करने को मजबूर होना पड़ेगा।
दबंगों ने करीब सात साल पूर्व अपनाया था इसाई धर्म
पीडि़तों का कहना हैं कि दबंगों के द्वारा करीब सात साल पूर्व ही वाल्मिीकी समाज से इसाई धर्म को अपनाया गया था। धर्म परिवर्तन करने के बाद दबंगों का आतंक दो गुणा तक बढ़ गया था। आरोप हैं कि पहले से ही दबंगों को खाकी का संरक्षण मिल रहा हैं।