शिक्षकों पर TET की अनिवार्यता क़े खिलाफ BKU शैक्षिक प्रकोष्ठ ने मोर्चा खोला.. किसी टीचर की नौकरी नहीं जाने देंगे: टिकैत

UP क़े ज़िला मेरठ में BKU शैक्षिक प्रकोष्ठ क़े झंडे तले शिक्षक एकता की ऐतिहासिक मिसाल देखने को मिली.. जब भारतीय किसान यूनियन शिक्षक प्रकोष्ठ द्वारा मोदीपुरम क़े नारायण ग्रैंड रिसॉर्ट पर प्रदेश भर के अध्यापक-अध्यापिकाओं की महापंचायत आयोजित की गई।
मंच पर पहुंचे राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने हुंकार भरते हुए कहा की शिक्षक अब चुप नहीं बैठेंगे, यह लड़ाई अब निर्णायक होगी। किसी भी शिक्षक की नौकरी नहीं जाने दी जाएगी। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में पुरकाजी चेयरमैन व भाकियू महासचिव जहीर फारूकी ने टीईटी लागू करने के फैसले को गलत ठहराया।
महापंचायत की अध्यक्षता गुर्जर खिलारी सिंह ने की, जबकि मंच संचालन अनु चौधरी, मेराज खालिद रिजवी, डॉ. संजीव कुमार वर्मा और विनेश कुमार ने संयुक्त रूप से किया। जिला अध्यक्ष राम रतन बालियान ने सभी अध्यापकों को टीईटी से मुक्ति दिलाने का आश्वासन दिया।
प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र सिंह ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश दिनांक 01 सितंबर 2025 और NCTE की गाइडलाइन 29 मई 2017 का हवाला देते हुए कहा कि बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा संचालित परिषदीय विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों के लिए टीईटी अनिवार्य करना अव्यवहारिक है। उन्होंने स्पष्ट किया कि 29 जुलाई 2011 से पूर्व नियुक्त शिक्षकों को इस परीक्षा से मुक्त रखा जाए और उनकी सेवा शर्तों में कोई परिवर्तन न किया जाए। जहीर फारूकी ने 27 जुलाई 2011 से पहले नियुक्त शिक्षकों पर टीईटी लागू करने को अनुचित बताया।
BKU प्रवक्ता राकेश टिकैत ने उपस्थित शिक्षकों को एकजुट होकर संगठित संघर्ष का आह्वान किया। इसी मंच से उन्होंने रविंद्र सिंह को भारतीय किसान यूनियन शिक्षक प्रकोष्ठ उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष घोषित किया।
महापंचायत में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि प्रधानमंत्री भारत सरकार और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार टीईटी के मुद्दे पर शिक्षक समुदाय के हित में शीघ्र निर्णय ले। मंच पर रविंद्र सिंह (प्रदेश अध्यक्ष, पश्चिम उत्तर प्रदेश) ,ज्योति चौधरी (महामंत्री) मनीष गोयल (महासचिव),विनेश कुमार (कार्यालय प्रमुख) ,रोहित जटराणा (मंडल अध्यक्ष, सहारनपुर) रामरतन बालियान (जिला अध्यक्ष, मुजफ्फरनगर) ,कवीन्द्र तोमर (जिला अध्यक्ष, मेरठ) ,प्रमेन्द्र तोमर (जिला अध्यक्ष, शामली) ,हरेन्द्र तोमर (जिला अध्यक्ष, बागपत) ,शक्ति प्रताप सिंह (जिला अध्यक्ष, बुलन्दशहर) राकेश चहल (जिला अध्यक्ष, अमरोहा) ,अशु सिद्धू (जिला अध्यक्ष, हापुड़) ,रुकमेश चहल (जिला अध्यक्ष, सम्भल) मौजूद रहे। यहाँ मुजफ्फरनगर से विशेष भागीदारी क़े तहत पुरकाजी ब्लॉक में तैनात कार्यकारी जिलाध्यक्ष अमित तोमर के नेतृत्व में नरेंद्र गोस्वामी, विवेक कुमार, क्षितिज नेगी, रविंद्र कोठारी, कैलाश चंद, सपना सिंह सहित हजारों शिक्षक अपने-अपने ब्लॉक से पहुंचे। यहाँ मोहित बालियान, जसराज सिंह, शिवम शर्मा, सुधीर कुमार, प्रवीण कुमार, बालकिशोर, तुषार गोयल, सील विश्नोई, संजय राठी, नीरज कुमार, रणवीर सिंह, रामकुमार, अमित कुमार त्यागी, सुशील कुमार, सुमन सैनी, रितु त्यागी, पूजा शर्मा, रितु वालियां, गौरव कुमार, ओमपाल सिंह, पूनम पवार, इरफान अहमद,अख़लाक़ अहमद, TSCT से डॉ. फर्रुख हसन, वकील अहमद, खुशनुद अहमद, मुस्तफा अहमद, प्रियंका त्यागी, शिखा शर्मा, मधु वर्मा, रश्मि पवार, वंदना शर्मा, निशु, अरुण कुमार, राजेश कुमार, चरण सिंह, अरविंद कुमार, उपासना सिंह सहित हजारों अध्यापक-अध्यापिकाएं इस महापंचायत में शामिल हुए। यहाँ शिक्षक एकता की गूंज दिखी।
विभिन्न जनपदों से आए शिक्षकों ने टीईटी के खिलाफ एकजुटता दिखाई और अधिकारों की आवाज बनकर इतिहास रच दिया।